IFFI Goa में Kriti Senon ने Nepotism पर क्या कहा? हर कोई हैरान

What did Kriti Senon say about Nepotism at IFFI Goa? Everyone is shocked
What did Kriti Senon say about Nepotism at IFFI Goa? Everyone is shocked

IFFI (International Film Festival of India) Goa के मंच पर कृति सेनन ने नेपोटिज्म को लेकर अपनी राय साझा की। इस मौके पर, उन्होंने बॉलीवुड में संघर्ष, टैलेंट, और दर्शकों की पसंद-नापसंद पर गहरी बातें कीं। अपने विचारों के जरिए उन्होंने न केवल दर्शकों, बल्कि इंडस्ट्री के लोगों का भी ध्यान खींचा।

कृति सेनन का सफर: बिना फिल्मी बैकग्राउंड की सुपरस्टार

दिल्ली में जन्मीं कृति सेनन ने जेपी इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। लेकिन उनके सपनों का सफर मुंबई तक पहुंचा, जहां उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। कृति ने 2014 में तेलुगु फिल्म वन: नेनोक्काडीन और हिंदी फिल्म हीरोपंती से डेब्यू किया। उन्होंने कहा, “इंडस्ट्री में मेरा स्वागत गर्मजोशी से हुआ, लेकिन बिना फिल्मी बैकग्राउंड के सफर आसान नहीं होता। शुरुआत में मैगजीन कवर पाना, बड़े प्रोजेक्ट्स में जगह बनाना और पहचान हासिल करना संघर्षपूर्ण था।”

Nepotism पर कृति सेनन का नज़रिया

IFFI Goa के मंच पर जब नेपोटिज्म का मुद्दा उठा, तो कृति ने इसे एक चक्र बताया। उनका कहना था कि नेपोटिज्म सिर्फ इंडस्ट्री की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि इसमें मीडिया और दर्शकों की भी भूमिका है।
उन्होंने कहा:

“मीडिया अक्सर स्टार किड्स पर ज्यादा फोकस करता है, और दर्शकों की रुचि भी वहीं होती है। इससे इंडस्ट्री को लगता है कि स्टार किड्स के साथ फिल्म बनानी चाहिए। लेकिन अगर आप टैलेंटेड हैं और दर्शकों से जुड़ते हैं, तो आपको पहचान जरूर मिलेगी। अगर टैलेंट नहीं है, तो 4-5 फिल्मों के बाद दर्शक आपको नकार देंगे।”

कृति सेनन का सफर: मेहनत और जुनून का संगम

कृति सेनन ने अपने करियर में कई अलग-अलग किरदार निभाए। फिल्म मिमी ने उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार दिलाया। इस फिल्म के बारे में कृति ने बताया, “मिमी मेरे करियर का सबसे साहसिक निर्णय था। कई लोगों ने इसे न करने की सलाह दी, लेकिन स्क्रिप्ट ने मेरे दिल को छू लिया। मैंने रिस्क लिया और परिणाम शानदार रहा।”
कृति ने बताया कि भविष्य में वह सुपरवुमन या ग्रे किरदार निभाने की इच्छुक हैं।

महिलाओं के किरदारों पर बदलता नज़रिया

कृति ने कहा, “आजकल के दर्शक ग्रे शेड्स वाले किरदारों को पसंद करते हैं। महिलाएं अब सिर्फ ‘परफेक्ट’ किरदार नहीं होतीं, बल्कि जटिल और वास्तविक भूमिकाओं में भी नजर आती हैं। फिल्में अब घरेलू हिंसा जैसे गंभीर मुद्दों को भी उठाने लगी हैं, और यह बदलाव बेहद उत्साहजनक है।”

Kriti Senon का संदेश: मेहनत और टैलेंट है असली पहचान

कृति सेनन के विचार दर्शकों और इंडस्ट्री दोनों के लिए प्रेरणादायक हैं। उन्होंने अपनी बातों से यह साबित किया कि मेहनत और टैलेंट से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनकी राय में, “अगर आप टैलेंटेड हैं और दर्शकों से जुड़ाव रखते हैं, तो आपकी जगह पक्की है।”

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निष्कर्ष

IFFI Goa में Kriti Senon ने Nepotism पर की गई बातचीत से एक जरूरी चर्चा को जन्म दिया। उन्होंने न केवल अपने संघर्ष की कहानी साझा की, बल्कि यह भी बताया कि टैलेंट और कड़ी मेहनत ही सफलता की असली कुंजी है। Kriti का सफर उन सभी के लिए प्रेरणा है, जो बिना किसी गॉडफादर के अपने सपनों को सच करना चाहते हैं।

क्या आप भी मानते हैं कि दर्शकों की पसंद-नापसंद नेपोटिज्म को बढ़ावा देती है? हमें कमेंट में जरूर बताएं|

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